Saturday, October 06, 2007
Tuesday, May 01, 2007
मेरी मात्र भाषा
क्या अब हम हिंदी में लिख सकते हैं? क्या बात है! विश्वास नहीं होता कि हिंदी लिखना इतना आसान हो सकता था! और अब तो टाईप भी काफी फास्ट हो जता है! इसी बात पे दो शब्द हो जाएँ :
क्या पता था हमें, कि वापस फिर वाही अंदाज़ लॉट आएगा !
दिल का हाल ग़ालिब अपनी भाषा में बयाँ कर पायेगा !
जय हिंद
क्या पता था हमें, कि वापस फिर वाही अंदाज़ लॉट आएगा !
दिल का हाल ग़ालिब अपनी भाषा में बयाँ कर पायेगा !
जय हिंद